Friday 17 June 2022

Shri Ram Stuti in Marathi

 संसारसंगे बहु शीणलो मी | कृपा करी रे रघुराजस्वामी | प्रारब्ध माझे सहसा टळेना | तुजवीण रामा मज कंठवेना || १ ||

मन हे विकारी स्थिरता न ये रे | त्याचेनि संगे भ्रमते भले रे | अपूर्व कार्या मन हे विटेना || तुजवीण रामा मज कंठवेना || २ ||

मायाप्रपंची बहु गुंतलो रे | विशाळ व्याधीमधें बांधलो रे | देहाभिमाने अति राहवेना | तुजवीण रामा मज कंठवेना || ३ ||

दारिद्र्यदु:खे बहु कष्टलो मी | संसारमायेतचि गुंतलो मी | संचीत माझे मजला कळेना | तुजवीण रामा मज कंठवेना || ४ ||

लक्ष्मीविलासी बहु सौख्य वाटे | श्रीराम ध्याता मनि कष्ट मोठे | प्रपंचवार्ता वदता विटेना | तुजवीण रामा मज कंठवेना || ५ ||

अहोरात्र धंदा करिता पुरेना | प्रारब्धयोगे मज राहवेना | भवदु:ख माझे कधीही टळेना | तुजवींण रामा मज कंठवेना || ६ ||

तीर्थासी जाता बहु दु:ख वाटे | विषयातरी राहुनी सौख्य वाटे | स्वहीत माझे मजला कळेना | तुजवीण रामा मज कंठवेना || ७ ||

मी कोठुनी कोण आलो कसा हो | स्त्रीपुत्र-स्वप्नातची गुंतलो हो | ऐसे कळोनी मन हे विटेना | तुजवीण रामा मज कंठवेना || ८ ||

असत्य व्याख्यानी मुकाच झालो | अदत्तदोषे दु:खी बुडालो| अपूर्व करणी कशी आठवेना | तुजवीण रामा मज कंठवेना || ९ ||

आब्रम्हमूर्ती भज रामसिंधू | चैतन्य स्वामी निजदीनबंधू | अभ्यंतरी प्रेम मनी ठसेना | तुजवींण रामा मज कंठवेना || १० ||

विश्रांति देही अणुमात्र नाही | कुळाभिमाने पडलो प्रवाही | अशातुनी दूर कधी कळेना | तुजवीण रामा मज कंठवेना || ११ ||

विषयी जनानी मज आळवीले | प्रपंचपाशातचि बुडवीले | स्वहीत माझे मजला दिसेना | तुजवींण रामा मज कंठवेना || १२ ||

नरदेहदोषा वर्णू किती रे | उच्चाट माझे मनि वाटती रे | लल्लाटरेषा कधि पालटेना | तुजवीण रामा मज कंठवेना || १३ ||

मजला अनाथा प्रभु तूचि दाता | मी मूढ़ की जाण असेची आता | दासा मनी आठव वीसरेना | तुजवीण रामा मज कंठवेणा || १४ ||

Vitthalachi Aarti Lyrics in Marathi

 Yuge Atthavis Vitevari Aarti Lyrics in Marathi


युगे अठ्ठावीस विटेवरी उभा
वामाङ्गी रखुमाईदिसे दिव्य शोभा ।
पुण्डलिकाचे भेटि परब्रह्म आले गा
चरणी वाहे भीमा उद्धरी जगा ॥१॥

जय देव जय देव जय पाण्डुरङ्गा ।
रखुमाई वल्लभा राईच्या वल्लभा पावे जिवलगा ॥धृ०॥

तुळसीमाळा गळा कर ठेऊनी कटी
कासे पीताम्बर कस्तुरी लल्लाटी ।
देव सुरवर नित्य येती भेटी
गरुड हनुमन्त पुढे उभे राहती ॥२॥

धन्य वेणूनाद अणुक्षेत्रपाळा
सुवर्णाची कमळे वनमाळा गळा ।
राई रखुमाबाई राणीया सकळा
ओवाळिती राजा विठोबा सावळा ॥३॥

ओवाळू आरत्या कुरवण्ड्या येती
चन्द्रभागेमाजी सोडुनिया देती ।
दिण्ड्या पताका वैष्णव नाचती
पण्ढरीचा महिमा वर्णावा किती ॥४॥

आषाढी कार्तिकी भक्तजन येती
चन्द्रभागेमाजी स्नाने जे करिती ।
दर्शन होळामात्रे तया होय मुक्ति
केशवासी नामदेव भावे ओवाळिती ॥५॥

Yuge Atthavis Vitevari Aarti Lyrics in Marathi


Yuge Atthavis vitevari ubha | Vamangi rakhumai dise divya shobha ||
Pundlikache bheti parbrahmale ga | Charani vahe bhima uddhari jaga || 1 ||

Jai Dev Jai Dev Jai Panduranga | Rakhumai vallabha raichya vallabha pave Jivlaga || Jai ||

Tulsimala gala kar theoni katee | Kanse pitambar kasturi lallatee ||
Dev survar nitya yeti bheti | Garud hanumant puddhe ubhe rahati || Jai || 2 ||

Dhanya venunad anukshetrapala | Suvarnachi kamala vanmala gala ||
Rani rakhumabai raniya sakala | Ovaliti raja vithoba savala || Jai || 3 ||

Ovaloo artya kurvandya yeti | Chandrabhagemadhye soduniya deti ||
Dindya pataka vaishanav nachati | Pandharicha mahima varnava kiti || Jai || 4 ||

Ashaddhi kartiki bhaktajan yeti | Chandrabhagemaji snane je kariti ||
Darshan helamatre taya hoy mukti | Keshwasi namdev bhave ovaliti || Jai || 5 ||